यह रोग सर्कोस्पोरा स्वाड़ी यामामोटो नामक कवक से आता है|
लक्षण
सर्वप्रथम इस रोग से पौधों की पत्तियों/ हरी सतह पर भूरे रंग के छोटे-छोटे धब्बे प्रदर्शित होते है| अधिक उम्र की संक्रमित पत्तिया धीरे धीरे मुड़कर पौधे से गिर जाती है|
प्रबंधन
- मैंकोजेब अथवा डाईथेंन एम -45 का 2 ग्राम प्रति लीटर जल के घोल से स्प्रे करे|
- छटाई / प्रूनिंग के समय लक्षण दिखने पर इन पत्तियों को तोड़कर बगीचे के बहार निस्तारित करे|