पौधे एवं फलों की क्षति के कुछ अन्य कारण
कभी-कभी हमें फलों पर तरह-तरह की क्षति दिखती है और हम इसे बीमारी समझते हैं क्योंकि इनके लक्षण रोगों के लक्षण के समान/की तरह के दिखते हैं|
निम्न फल लक्षण के साथ और कारण के साथ आपकी सुविधा के लिए प्रदर्शित है|
फल का फटना – असंतुलित सिंचाई
कभी-कभी हम वृक्ष को फलन की अवस्था में असंतुलित रूप से सींचते है, एकाएक जल की अधिक मात्रा में उपलब्धता और नमी भी फल फटने का कारण है|
बोरॉन की कमी भी फलों के फटने का कारण है|
फल के सूर्य की दिशा में पड़ने वाले भाग पर धब्बे –आम तौर पर जो फल मध्य सूर्य से अस्तांचल के सूर्य की रोशनी में आते है उनमे सूर्य के ताप से यह क्षति होती है जिसे सन बर्न / धूप से जलना कहते है|
प्रबंधन
- संतुलित सिंचाई करें|
- कुछ मल्टी मल्टी माइक्रो न्यूट्रिएंट मिक्सचर में बोरॉन की मात्रा उपयुक्त होती है उसका प्रयोग ड्रीप द्वारा 25 ग्राम प्रति एकड़ की दर से करे|
- मिट्टी में अधिक नमी की स्थिती में 1 ग्राम मल्टी माइक्रो न्यूट्रिएंट मिक्सचर प्रति लीटर जल में घोल कर 15 दिन के अंतराल पर स्प्रे करे|
- फलो की बैगिंग करके धूप के ताप से बचाये|