इसका वैज्ञानिक नाम स्पिलोसोमा ऑब्लीका है ,इसका लार्वा अधिकांशत पत्तियों के नीचे क्लोरोफिल (हरे भाग) को खाकर पत्तियों को भूरापन लिये हुए रंग का या पीले रंग का बना देता है| कुछ दिनों के पश्चात लार्वा पत्तियों की मार्जिन / लकारों के आसपास क्षति पहुंचाता है| संक्रमित पत्तिया जाली की तरह या जाले की तरह प्रतीत होने लगती है
जीवन चक्र
- अण्डे / Eggs– मध्यम आकार की लाल पेट वाली मोथ जगह जगह पत्तियों के निचले भाग पर 50 से 100 अंडे देती है |
- लार्वा/ Larvae– इसका शरीर लंबे पीले एवं काले बालों से घिरा रहता है |
- वयस्क/ Adult – मध्यम आकार की भूरी मोथ जिसका पेट लाल होता है |
इस कीट का प्रबंध कैसे करें?
- क़्वीनलफॉस, मोनोक्रोटोफॉस अथवा क्लोरोपाइरीफोस 2 मि .ली प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें |